चेतावनी अगर अभी राजस्थान नहर में पानी नहीं डाला जा सकता तो हम बाद
फिरोजपुर, (राकेश कपूर )मिसल सतलुज के नेताओं ने आज फिरोजपुर में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से हरिके हेड पर सभी गेट खोलकर लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण बंडाला गांव, धारा घड़ा, जलके मुंडियांवाल, कामनवाला, गगरा अलेवाला, फतेवाला, निहाला लावेरा और हमदवाला, फिरोजपुर गांव, गांव राजवाहे के पास नदी में पानी छोड़ा जा रहा है औसर दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जहां जान-माल का भारी नुकसान हुआ है और आशंका है कि आने वाले दिनों में यह पानी 1988 की तरह फिरोजपुर शहर में घुस जाएगा। लेकिन दूसरी ओर हरिके से राजस्थान तक पानी ले जाने वाली नहर राजस्थान फीडर के गेट बंद हैं। मिसाल सतलुज के महासचिव दविंदर सिंह सेखों ने कहा कि अगर राजस्थान नहर को पूरी क्षमता के साथ खुला रखा जाता तो फिरोजपुर के इन इलाकों को बचाया जा सकता था। उन्होंने सरकार के प्रदूषण के बहाने को खारिज करते हुए पंजाब और केंद्र सरकार पर एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने का आरोप लगाया और कहा कि दरअसल घग्गर का पानी मस्तानवाला रोड के पास गांव बानी में राजस्थान नहर में डाला जा रहा है, जहां पिछले दिनों मिसल सतलुज टीम निरीक्षण के लिए आई थी। तस्वीरें जारी करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या घग्गर के पानी में गाद या गाद है, जब पंजाब को सिंचाई के लिए नहर के पानी की जरूरत थी, जब राजस्थान में नहर का पानी बह रहा था, बाढ़ के दौरान पंजाब ने केवल ईथेन रखा। इस अवसर पर मिसाल सतलुज उपाध्यक्ष दलेर सिंह डोड ने चेतावनी दी कि यदि बाढ़ का पानी राजस्थान में नहीं आता है तो सामान्य परिस्थितियों में हम पानी भी नहीं देंगे। गांव बडाले के पास मिसाल सतलज और छात्र संघ साथी द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे राहत शिविर के प्रमुख जुझार सिंह ने कहा कि भूस्खलन के कारण सडक़ यातायात के लिए बंद हो गई थी और मद्द की सख्त जरूरत थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही थी। इस मौके पर कोषाध्यक्ष अमर सिंह लोहारीहार, रविंदर सिंह मिश्रीवाला, गुरविंदर सिंह, जुगराज सिंह, सतनाम सिंह, गुरप्रेम सिंह टीटू पुतली, मनदीप उलंग आदि मौजूद थे।
कैप्शन:मिसल सतलुज के पदाधिकारी पत्रकारों को जानकारी देते हुए।