30 साल बाद एक ही राशि में साथ होंगे सूर्य और शनि देव हर माह कुछ ग्रह अपने समय पर ही गोचर करते हैं, सूर्य हर माह अपनी राशि परिवर्तन करते हैं फरवरी में सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे । पढ़े पूरी जानकारी
DD, Newspaper । 30 साल बाद एक ही राशि में साथ होंगे सूर्य और शनि देव
हर माह कुछ ग्रह अपने समय पर ही गोचर करते हैं, सूर्य हर माह अपनी राशि परिवर्तन करते हैं फरवरी में सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे जहां पहले से ही शनि देव विराजमान होंगे, ऐसे में सूर्य और शनि की युति कुछ राशि वालों के लिए लाभदायी रहने वाली है।
शास्त्रों में सूर्य और शनि को पिता और पुत्र माना गया है* और दोनों में शत्रुता है, ऐसे में साल 2023 की फरवरी माह में दोनों ग्रह एक ही राशि में विराजमान रहने वाले हैं, ऐसे में सूर्य और शनि की युति कई राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभदायी होगा सूर्य को सम्मान, यश, समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, वहीं, शनि को कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता के रूप में जाना जाता है, ऐसे में ये दोनों ग्रह कुंभ राशि में 30 साल बाद एक साथ बैठकर कुछ राशियों के जातकों को विशेष रूप से लाभ देने वाले हैं।
इस वर्ष का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन शनि देव का शनि देव 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और सूर्य 13 फरवरी को कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे, इसके साथ ही एक ही राशि में सूर्य और शनि की युति होगी, ऐसा पहले 1993 में हुआ था, ये युति 30 साल बाद फिर से होने जा रही है, इस दौरान वृषभ, मिथुन, कन्या, धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा, बता दें कि शनि देव और सूर्य देव कुंभ राशि में 14 मार्च तक रहने वाले हैं ऐसे में ये समय कुछ राशि के जातकों की किस्मत का ताला खोलने वाला है।
इन्हीं मिलेगी साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति शनि देव हर ढाई साल में अपनी राशि परिवर्तन करते हैं और 30 साल बाद कुंभ राशि में फिर से प्रवेश करने जा रहे हैं, शनि का ये गोचर 17 जनवरी को होने जा रहा है, इस दौरान मिथुन, तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से राहत मिल जाएगी, और शनि की साढ़े साती झेल रही मकर, धनु और कुंभ राशि के जातकों में से *धनु राशि* के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी।
कर्क और वृश्चिक राशि रहेगा ढैय्या का प्रभाव ज्योतिष गणना के अनुसार शनि देव के कुंभ राशि के गोचर करने के बाद कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा, इसके अलावा मकर राशि पर साढ़े साती अंतिम चरण में होगी, वहीं, कुंभ राशि में साढ़े साती का प्रभाव बीच वाले चरण में होगा और मीन राशि के जातकों पर साढ़े साती की शुरुआत होगी।
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौक जालंधर में इस उपलक्ष्य पर आलौकिक विशेष हवन यज्ञ का आयोजन 21/1/2023 दिन शनिवार को मंदिर परिसर में किया जा रहा है मंदिर के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने सभी प्रभु भक्तों से इस शुभ अवसर पर हवन यज्ञ में सम्मिलित होकर शनि देव महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त करें।