चंद्रयान-3 के लिए प्लेटफॉर्म तैयार करने वाले लगा रहें हैं रेहड़ी 18 महीने से वेतन नहीं मिला
डीडी न्यूजपेपर। 18/ सितंबर ( ब्यूरो ) । 23 अगस्त, 2023 के दिन भारत का चंद्रमा की सतह पर उतरने का सपना साकार हुआ. चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सॉफ़्ट लैंडिंग की और भारत ऐसा करने वाला पहला देश बना.लैंडिंग के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ़्रीका में थे और जोहानिसबर्ग से ही उन्होंने चांद पर सफल लैंडिंग के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई देते हुए संबोधित किया.जब पीएम मोदी संबोधित कर रहे थे ठीक उसी वक़्त चंद्रयान के लिए लॉन्चपैड बनाने वाले कर्मचारी अपने 18 महीने के बक़ाया वेतन के लिए आंदोलन कर रहे थे.आंदोलन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि रांची के धुर्वा स्थित हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचईसी) के 2,800 कर्मचारियों को बीते 18 महीने से वेतन नहीं मिला है.एचईसी एक केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम (सीपीएसयू) है. एचईसी ने चंद्रयान के लिए 810 टन के लॉन्चपैड के अलावा फोल्डिंग प्लेटफॉर्म, डबल्यूबीएस, स्लाइडिंग डोर भी बनाया है.