किसानों द्वारा टोल प्लाजा और राष्ट्रीय राज्य मार्ग बंद किया और मुकेरियां पूर्ण तौर पर बंद रहा
मुकेरिया 16/फरबरी,(डीडी न्यूजपेपर)(इंद्रजीत मेहरा) संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियन व मज़दूर संगठनों के आज के भारत बंद के आह्वान पर जन संगठनों के संयुक्त मोर्चा के बैनर तले माता रानी चौक मुकेरियां मे धरना प्रदर्शन किया किसानों द्वारा टोल प्लाजा और राष्ट्रीय राज्य मार्ग बंद किया और मुकेरियां पूर्ण तौर पर बंद रहा इस मौके पर जीटीयू पेंशनर्स एसोसिएशन, पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति, पंजाब सबऑर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन, मनरेगा वर्कर्स यूनियन, आशा वर्कर्स यूनियन, बिजली बोर्ड कर्मचारी संगठन, डाॅ.बीआर, अंबेडकर मिशन पंजाब आदि से आए विभिन्न वक्ताओं ने केंद्र सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। इस मौके पर जम्हूरी किसान सभा से नेता तरलोक सिंह, दोआबा किसान कमेटी से प्रधान अवतार सिंह बोबी, पगड़ी संभाल जट्टा से सौरव बिल्ला,कमल खोसला ने यह बंद मुख्य रूप से दिल्ली जा रहे किसानों पर खट्टर सरकार के हमले के विरोध में किया गया इस मौके पर शहीद भगत सिंह यूथ सभा के महासचिव धरमिंदर सिंह मुकेरियां ने कहा कि हालांकि कुछ संगठन संयुक्त किसान मोर्चा से अलग हो गए हैं और दिल्ली संघर्ष के लिए जा रहे हैं, लेकिन खट्टर सरकार द्वारा शंभू बॉर्डर पर रोक लगाकर उन पर हमला किया जा रहा है। जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।पुलिस दोबारा भी उचित प्रबंध किए गए हैं। जिन बच्चों का पेपर है मेडिकल इमरजेंसी है उन्हें निकाला जा रहा है और शादी विभाग की भी गाड़ियां निकाली जा रही हैं। वही दुकानदारो ने भी भारत बंद के समर्थन में दुकानें नही खोली है।उन्होंने सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी, किसान और मजदूर विरोधी नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि सरकार की कॉरपोरेट समर्थक नीतियों के कारण जहां मोदी के कार्यकाल में देश में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ी है सरकार, निजीकरण समर्थक नीतियों के कारण रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं, कृषि संकट बढ़ रहा है, श्रम कानूनों में संशोधन कर के मजदूरों के अधिकारों का हनन हो रहा है, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बढ़ रहा है,हिट एंड रन कानून बनाकर ड्राइवर वर्ग की समस्याएं मे बढ़ोतरी की गई है मनरेगा कर्मियों की मजदूरी में बढ़ोतरी की बजाय बल्कि उनके बजट में लगातार कटौती की जा रही है, आशा एवं मिड-डे मील कर्मियों से कम मानदेय पर काम लिया जा रहा है. नई पेंशन योजना रद्द कर पुरानी पेंशन बहाल करने मे केंद्र और राज्य सरकारें लगातार पल्ला झाड़ रही हैं, देश में भ्रष्टाचार सभी सीमाएं पार कर चुका है, बिजली संशोधन बिल 2020 को खारिज नहीं किया गए। वक्ताओं ने किसानों के संघर्ष का समर्थन किया और केंद्र सरकार तथा हरियाणा की खट्टर सरकार द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों के रास्ते में पैदा की जा रही बाधाओं को लोकतंत्र का अपमान बताया। इस मौके ,धरमिंदर सिंह मुकेरियां, गुरचरण मसीह, अवतार सिंह बॉबी, सौरव बिल्ला, सुरजीत सिंह बिल्ला, कमल खोसला, तरलोक पुरिका, सतवीर सिंह, स्वर्ण सिंह, अमरजीत कांगो, तरलोचन बिजली बोर्ड, जसवन्त खानपुर, रजत महाजन, हरभजन मौला, अमरजीत सिंह आदि ने संबोधित किया मंच का संचालन आसा सिंह ने किया नरेंद्र सिंह मुल्तानी,राजेंद्र सिंह सतीश कुमार, जसवंत सिंह, बृज मोहन, वैष्णव कुमार आदि गणमान्य उपस्थित थे : किसानो द्वारा माता रानी चौक में धरना प्रदर्शन करते हुए