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पंजाब सरकार द्वारा पेश बजट में विश्वसनीयता और पारदर्शिता की भारी कमी: मनप्रीत बादल

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चंडीगढ़: 10 मार्च (डीडी न्यूजपेपर ), भाजपा पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब सरकार द्वारा पेश बजट पर बोलते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पेश किया गए बजट पर ‘खोदा पहाड़ निकला चूहा’ की कहावत सच बैठती है। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान अश्वनी शर्मा ने कहा कि राज्य के लोगों को पंजाब सरकार के बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इस बजट ने सभी को परेशान कर दिया है। इस बजट में पंजाब सरकार ने किसानों, मजदूरों, महिलाओं, व्यापारियों सहित सभी पंजाबियों के साथ धोखा किया है। आम आदमी पार्टी की सरकार अपने वादों से भाग रही है। भगवंत मान सरकार ने इस बजट में किसानों की कर्जमाफी या महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने की कोई घोषणा नहीं की।

अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार के बजट का खर्च, आमदनी के बिल्कुल विपरीत है। राजस्व व्यय पहले ही बजट से लगभग 10,000 करोड़ रुपये अधिक हो चुका है। यह वृद्धि पूंजीगत व्यय को गंभीर रूप से कम करने की कीमत पर हुई है, जो बजट अनुमान से लगभग 1,500 करोड़ रुपये कम है। विशेष रूप से अगले वर्ष लागू की गई कुछ भारी कटौती के बारे में चिंतित, ग्रामीण विकास पर खर्च को 3,058 करोड़ रुपये से घटाकर 2,361 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो लगभग 25% की कमी है। उद्योग और खनिजों पर खर्च 530 करोड़ रुपये से घटकर 454 करोड़ रुपये रह गया है। मैं यह समझने में असमर्थ हूं कि जिस राज्य के पास न तो उद्योगों के लिए पैसा है और न ही ग्रामीण विकास के लिए, इस तरह के बजट आवंटन का पंजाब सरकार यह दावा कैसे कर सकती है। कर्मचारियों की वेतन वृद्धि और वेतन बजट संशोधित अनुमानों के अधिक है। सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पहले से ही हड़ताल पर जा रहे हैं। पेंशनरों का भी बुरा हाल है। ब्याज लागत में करीब 2000 करोड़ रुपये की तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ऐसी वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहे राज्य के वित्त मंत्री से क्या उम्मीद की जा सकती है?

अश्वनी शर्मा ने बजट भाषण के एक खास पैराग्राफ 171 के बारे में बात करते हुए कहा कि वित्तमंत्री ने टैक्स रेवेन्यू में बढ़ोतरी का दावा किया है। वास्तव में, कर और ज्ञात कर राजस्व दोनों के संशोधित अनुमान बताते हैं कि वे वास्तव में बजट अनुमानों से कम हैं। पंजाब के इस बजट में सरकार ने जरूरत के मुताबिक शिक्षा क्षेत्र को प्राथमिकता नहीं दी। उन्होंने कहा कि यह बजट सभी को निराश करने वाला बजट है।

पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा आज पेश किए गए बजट से अगर कुछ स्पष्ट है तो वह यह है कि इस बजट में विश्वसनीयता और पारदर्शिता की भारी कमी है। हम सभी जानते हैं कि देश ने इस वर्ष राजस्व में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है, केंद्रीय करों के संशोधित अनुमान बजट अनुमानों से लगभग 3 लाख करोड़ रुपये या लगभग 10% अधिक हैं। पंजाब का टैक्स बढ़ना अभी दूर है। यह इंगित करता है कि या तो बजट अनुमान पहुंच से बाहर थे या राज्य अपने कार्य को एक साथ करने में विफल रहा है। पंजाब सरकार के अब तक के संग्रह के रुझानों को देखते हुए पंजाब बजट के संशोधित अनुमानों में दिखाए गए आंकड़े किसी भी सूरत में हासिल होने की संभावना नहीं है।

मनप्रीत बादल ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी का बजट है: बातों में लंबा, कार्यवाही में छोटा है। विज्ञापन और प्रचार पर इस सरकार ने कितना पैसा खर्च किया है, जिसका मैं उचित दस्तावेजों के साथ तथ्यों के आधार पर खुलासा जरूर करूंगा। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुभाष शर्मा, भाजपा विधायक जंगी लाल महाजन व भाजपा प्रदेश मीडिया संयुक्त सचिव हरदेव सिंह उभा भी उपस्थित थे।