Jalandhar News: तीन दिन से मोबाइल इंटरनेट बंद, कारोबारी हो रहे परेशान, करोड़ों का लेनदेन प्रभावित
दोआबा दस्तक न्यूजः अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पैदा हुए हालात के बाद शनिवार दोपहर से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। जिससे बीते तीन दिनों में ही करोड़ों का व्यापारिक लेन-देन प्रभावित हुआ है। वहीं सरकार ने इंटरनेट बंद रहने की अवधि मंगलवार तक बढ़ा दी है। जिससे आम लोगों और व्यापारियों की परेशानी और बढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार अमृतपाल सिंह के बारे में सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के कारण सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब सरकार ने शनिवार बाद दोपहर से मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी। जिसके बाद ऑनलाइन भुगतान करके कारोबार करने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदारों का कहना है कि जब से सरकार ने ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा दिया है, तब से छोटा-बड़ा हर व्यापारी नकदी का लेनदेन बहुत कम कर रहा है। लेकिन तीन दिन से मोबाइल इंटरनेट बंद होने के कारण करोड़ों का व्यापारिक लेनदेन ठप हो रहा है। वहीं एक मोबाइल विक्रेता का कहना है कि इंटरनेट बंद होने से उनका कारोबार ठप हो गया है, क्योंकि इंटरनेट व एसएमएस सेवा बंद होने से रिचार्ज व नंबर पोर्ट करवाने की सुविधा ठप हो गई है। इसके अलावा मोबाइल आदि खरीदने वाला भी कैश के बजाय ऑनलाइन भुगतान करना चाहता है। जो नेट बंद होने के कारण नहीं हो सकता। इधर, मोबाइल आदि इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीद पर लोन देने वाली कंपनी बजाज, एचडीएफसी व एचडीबी आदि के कार्ड स्वैप न होने के कारण इनका भी लेनदेन प्रभावित हो रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड या फिंगर स्कैन करके दुकानों से पैसे निकलवाने वालों को भारी परेशानी हो रही है। वहीं पीओएस मशीनें न चलने से डिपो होल्डर भी राशन वितरित करने में असमर्थ हैं। जिससे नीले कार्ड धारक परेशान हो रहे हैं।
बैंकों में बढ़ सकती है भीड़
इधर, बैंक अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन भुगतान बंद होने के कारण बैंकों में कुछ नए लोगों का आना शुरू हुआ। लेकिन अगर अगले दो-तीन दिनों में इंटरनेट सेवा बहाल नहीं हुई तो बैंक में नकदी का लेनदेन करने वालों की भीड़ जमा हो सकती है। अधिकारी ने बताया कि बैंकों का इंटरनेट लीज लाइन पर चलता है। जिससे मोबाइल इंटरनेट बंद होने से बैंकों के कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर नकदी निकासी जमा करवाने वालों की संख्या बढ़ती है तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए भी बैंकों का स्टॉफ पूरी तरह से तैयार है।