TrendingDelhiIndiaPolitics

जानिए पुराने संसद भवन का कब हुआ था निर्माण? इतने में तैयार हुई थी भव्य इमारत

Spread the News

नई दिल्ली: 28 मई को देश को लोकतंत्र का नया मंदिर मिल जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नए संसद भवन का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि अब मानसून सत्र इसी नए संसद भवन में आयोजित होगा। हालांकि उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है। विपक्ष के 19 दल इस समारोह का बहिष्कार कर चुके हैं। जहां विपक्षी दल इसे लोकतंत्र का अपमान बता रहे हैं तो सरकार इसे केवल राजनीति से प्रेरित बता रही है।

अब अगर सदन के नए भवन के बारे में कुछ तथ्य बताएं तो इसका शिलान्यास 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था वहीं इसका निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 28 मई 2023 को पीएम मोदी के हाथों होगा। इस भवन के निर्माण में लगभग 1200 करोड़ रुपए का खर्चा आया है। वहीं इसे डिज़ाइन HCP नामक कंपनी ने किया है।

अब अगर सदन के नए भवन के बारे में कुछ तथ्य बताएं तो इसका शिलान्यास 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था वहीं इसका निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 28 मई 2023 को पीएम मोदी के हाथों होगा। इस भवन के निर्माण में लगभग 1200 करोड़ रुपए का खर्चा आया है। वहीं इसे डिज़ाइन HCP नामक कंपनी ने किया है।

वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था उद्घाटन 

जब यह संसद भवन बनकर तैयार हुई तब देश में अंग्रेजों की हुकूमत थी और इसका निर्माण भी अंग्रेजी सरकार द्वारा कराया गया था। पुराने संसद भवन का उद्घाटन 18 जनवरी, 1927 को हुआ था। उस समय देश में सर्वोच्च वायसराय हुआ करते थे और उन्हीं से इस सांसद भवन का उद्घाटन भी करवाया गया। 1926 से 1931 तक लॉर्ड इरविन भारत के वायसराय थे। इस कारण भारत में संसद भवन के उद्घाटन का सौभाग्य उन्हें ही हाथ लगा। 18 जनवरी, 1927 को लॉर्ड इरविन ने मौजूदा संसद भवन का उद्घाटन किया था।