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पहली वाटर मेट्रो 26 से चलेगी लोगों के लिए, एप से भी टिकट बुकिंग

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Doaba Dastak News….मंगरवार को भारत का एक और मंगल दिन है। आज से हमारी पहली वाटर मेट्रो ने सफर शुरू कर दिया है। इसका सफर करने के लिए कम से 20 और अधिकतम 40 रुपए टिकट तय किया गया है। कर्मचारियों और रोज यात्रा करने वालों के लिए पास की सुविधा भी है। हम बात कर रहे हैं कोच्ची से चली वाटर मेट्रो की। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवाना किया। यह 10 टापुओं को आपस में जोड़ेगी और यात्रा को सुगम बनाने के साथ रोमांचकारी बनाएगी। इसके ठहराव के लिए प्लेटफार्म की तरह ठहराव स्थल बनाए गए हैं। यह मेक इन इंडिया का प्रयास है और इसे कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है। ऐसी 200 के करीब वोट तैयार की गई हैं। अभी इस प्रोजेक्ट के पहले फेज में 8 बोट से शुरुआत की गई है। पूरा प्रोजेक्ट कम्प्लीट होने के बाद 78 फास्ट इलेक्ट्रिकली प्रोपेल्ड हाइब्रिड बोट चलाई जाएंगीं। इससे पॉल्यूशन कम करने में मदद मिलेगी और कोच्चि झील के किनारे बसे परिवारों का मेन मार्केट तक पहुंचना आसान हो जाएगा। वाटर मेट्रो से द्वीप पर रहने वाले एक लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा।

कोच्ची में शुरू हुई भारत की पहली वाटर मेट्रो की तस्वीर।

जानिए वाटर मेट्रो की खासियत

ट्रेन की तरह इसमें लोकेशन चैक सिस्टम लगा है। इससे इसकी पोजिशन की लगातार निगरानी की जा सकती है। सेफ्टी के लिए रिमोट लोकेशन से नाव की गतिविधियों की निगरानी करने में सक्षम है।

इसमें लिथियम टाइटनेट ऑक्साइड बैटरी है जो 10 से 15 मिनट में फुल चार्ज हो सकती है। चुनिंदा स्थानों पर फ्लोटिंग जेटी में सुपर-चार्जर लगाए गए हैं। बोट में जनरेटर बैक-अप भी है।

पैसेंजर सर्विस के लिए कुल 78 इकोफ्रैंडली बोट चलेंगीं। इनमें से 23 बोट 100 यात्रियों को ले जा सकती हैं, बाकी 55 बोट 50 यात्रियों को कैरी कर सकती हैं। इन बोट्स के अलावा इमरजेंसी और मेंटेनेंस की स्थिति में मेन फ्लीट को सपोर्ट करने के लिए चार रेस्क्यू बोट भी हैं।

ये बोट्स पूरी तरह से एयर-कंडीशन्ड हैं। इनकी बड़ी खिड़कियों से पैसेंजर बाहर के नजारें देख सकते हैं। इंटीरियर को भी मेट्रो ट्रैवलर्स को बेहतरीन सर्विस देने के लिए डिजाइन किया गया है। बोट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि हाई स्पीड पर भी कम लहरें पैदा हों।

 

केरल में कामयाबी मिली तो भारत में कई जगह ऐसे प्रोजेक्ट की संभावना

केरल में सफलता मिली तो कई अन्य शहरों में इस तरह के प्रोजेक्ट शुरू हो सकते हैं। यह प्रोजेक्ट दूसरों के लिए प्रेरणा बनेगा यह बात प्रधानमंत्री मोदी भी अपने अभिभाषण में कह चुके हैं। इसे केरल का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा है। केरल सरकार और जर्मन फर्म ने इस प्रोजेक्ट में पैसा लगाया है। वाटर मेट्रो की ओनरशिप कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के हाथ है।

छुट्‌टी बिताने गए पर्यटकों के लिए सस्ती सुविधा

हर साल हजारों लोग छुटि्टयां बिताने दक्षिण भारत जाते हैं। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए कोच्ची अब आकर्षण का केंद्र बनेगा। इसके लिए भी केरल राज्य सरकार ने प्राथमिकता दी है। 180 रुपए के पास के साथ कोई भी 12 बार यात्रा कर सकता है। 50 ट्रिप के साथ 30 दिनों के लिए किराया 600 रुपए होगा। 90 दिनों के लिए 150 ट्रिप वाला पास 1500 रुपए में बनेगा। कोच्चि वन कार्ड का उपयोग कर कोच्चि मेट्रो रेल और कोच्चि वाटर मेट्रो में यात्रा की जा सकती हैं। कोच्चि वन एप से भी टिकट हो सकते हैं। यह सुबह 7 से रात 8 बजे तक चला करेगी। 26 अप्रैल से लोग इसमें सफर कर पाएंगे।