कांग्रेस का हाथ आम आदमी पार्टी के साथ ! मोदी जी की बेचैनी का राज ?
दोआबा दस्तक न्यूज । (रिची रोहित) ! राजनीति के पासे उसने सीधे नहीं होते जितने बाहर से दिखाई पड़ते हैं, बरहाल हम बात कर रहे हैं गुजरात चुनाव की जो कि समय बीतने के साथ और भी दिलचस्प होता जा रहा है |
चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है बीजेपी और आम आदमी पार्टी में पढ़ाई और तल्ख टिप्पणी या लगातार जारी है लेकिन गुजरात चुनाव में कांग्रेस की निष्क्रियता ने बीजेपी और मोदी जी को भी परेशान कर रखा है |
आइए समझते हैं कैसे , कांग्रेस और आम आदमी पार्टी यदि पूरे दमखम से चुनाव लड़ती है तो उसका फायदा बीजेपी को ही मिलेगा | हालांकि कांग्रेस ने पिछली बार गुजरात 2017 विधानसभा चुनाव में 77 सीटें हासिल की थी और बीजेपी को 99 सीटों पर संतोष करना पड़ा यानी बहुमत से केवल 5 सीट ज्यादा | गुजरात की 182 सीट की विधानसभा में बीजेपी की सीटें लगातार कम हो रही है | कांग्रेस नहीं चाहती कि मामला त्रिकोणीय हो और यदि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी वहां पर आपस में झगड़ते हुए दिखाई देते हैं तो कांग्रेस के वोटों का बंटवारा होने के समीकरण बन जाएंगे | इसलिए कांग्रेस खामोश है वह बीजेपी और आम आदमी पार्टी के झगड़े में नहीं कूद रही |
मोदी जी की बेचैनी को इस बात से समझा जा सकता है कि उन्होंने एक सभा में कांग्रेस का नाम लेकर कहा कि वह गुपचुप तरीके से गांव गांव जा रही है | जिसका जवाब केजरीवाल ने अपने ट्वीट से दिया उन्होंने पूछा क्या प्रधानमंत्री कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं ? | बीजेपी को यह डर सता रहा है कि कहीं आम आदमी पार्टी पंजाब वाला चमत्कार यहां भी ना कर दे क्योंकि पंजाब में मुकाबला त्रिकोणीय नहीं हो पाया जिसका लाभ सीधा आम आदमी पार्टी को हुआ | इन परिस्थितियों में यह कहना गलत नहीं होगा कि चुप रह कर कांग्रेस भी परोक्ष रूप से आम आदमी पार्टी का साथ दे रही क्योंकि उसका पहला लक्ष्य बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना है | बाकी कांग्रेस के चुप रहने का आकलन हर कोई अपने अपने ढंग से कर रहा है | फैसला जनता को करना है लेकिन यह बात स्पष्ट है की गुजरात में चुनावी घमासान दिलचस्प होगा |